Bill wise detail in tally in hindi | Tally me bill wise detail vikalp ka prayog kaise kare |

परिचय :- (Bill Wise Detail In Tally)

इस लेख में हमने Tally में Bill Wise Details क्या हे ? और उसका प्रयोग हम Tally में कैसे करते हे उसके बारेमे विस्तार से बताया हैं | आप इस लेख को पढके knowledge ले शकते हैं | तो चलिए विस्तार से जानते हैं |

Bill wise details विकल्प की मदद से Unit में आपको मिलनेवाली राशी (Receivable Amount) And भुक्तान करने योग्य राशी (Payable Amount) के Report और Bill के भुक्तान करने के समय (Credit Period) की जानकारी मिलती हैं |

आप Tally में Sales,Purchase,Receipt And Payment की Entry कर शकते हैं | ये सब Entry एक चोक्कस Bill (Invoice) के साथ connected होती हैं | जब ये सब Entry की संख्या बहुत ज्यादा होती हे तब Bill के सामने Payment को मिलाना काफी मुश्किल होता हैं इस परिस्थिति में हम Tally में Bill wise details विकल्प का प्रयोग कर शकते हैं और इस Bill wise details विकल्प के प्रयोग से हम इस मुश्केली को दूर कर शकते हैं |

सामान्य तौर पे वेपार (Business) में Creditors और Debtors की जानकारी रखी जाती हैं | जिसको tally में Bill wise details कहा जाता हैं | उसको Sundry Debtors और Sundry Creditors के लिए Account Receivable And Account Payable भी कहा जाता हैं | अब Tally में Bill wise details को Active कैसे करते हे उसके बारेमे जानते हैं |

Tally में Bill wise detail विकल्प को Active कैसे करे ?

Gateway of tally से F11 :Company Feature पे जाए और F1:Accounting Feature बटन को प्रेस करे |

Accounting Features में Outstanding Management Head के निचे दिए गए Maintain Bill-wise Details विकल्प को yes पे सेट करे | और

Non-Trading Accounts के विकल्प में No रखे | इतना करने पर screen कुछ निचे दिखाए मुताबिक देखने को मिलेगी | उसके बाद screen को Accept करे |

 

tally bill wise detail opetion screen

पहले Sundry Debtors और Sundry Creditors Group के Under में बने सारे Customer और Supplier के खाते (Ledger) में Bill wise details का विकल्प Automatic Yes पे सेट हो जाएगा |

F11: Features में Bill wise details का Feature Activate करने पर Sundry Debtors And Sundry Creditors के Group के Under में बने Ledger में Maintain Balance bill by bill का विकल्प Automatic देखने को मिलेगा | इस विकल्प को Yes पे सेट करने पर हमें “Default Credit Period” का एक ओर विकल्प देखने को मिलेगा |

Bill wise Details विकल्प के साथ Purchase या Sales की Entry करने पर Refrence Number से Bill को पहचान शकते हैं | वह Refrence Number का इस्तेमाल करके Bill के Against में Payment Pay करके बाकी Outstanding का रिपोर्ट ले शकते हैं |

Bill के मुताबिक Sundry Debtors And Sundry Creditors के जानकारी चाहिए तो उसके खाते (Ledger) में जाने के बाद “Maintain Balance bill by bill का विकल्प Yes पे सेट करना होता हैं |

“Default credit period” Sundry Debtors को Payment करने हेतु हमारे द्वारा दिए गए समय मर्यादा को दर्शाता हे और Sundry Creditors की ओर से Pay करने के लिए हमें मिलनेवाली समय मर्यादा दर्शाता हैं | खाते (Ledger) में Credit Period लिखने से Transaction की Entry के दोरान वह Automatic देखने (Show) को मिलता हैं | जरुरत पड़ने पर हम उसमे सुधार भी कर शकते हैं |

अब हम Bill wise detail विकल्प में जो हमें Adjustment type देखने को मिलते हैं उसके बारेमे जानते हैं |

Adjustment के कितने प्रकार है ? (Type of Adjustment) :-

(1) New Ref.

(2) Against Ref.

(3) Advance

(4) On Account

इन Adjustment को कब और कोनसे Transaction में इस्तेमाल किया जाता हे उसके बारेमे विस्तार से समजते हैं |

Inventory Voucher के बारेमे जानने के लिए यहाँ क्लिक करे |

(1) New Ref :- पहले Transaction में New Ref का प्रयोग किया जाता हैं | Example के तौर पे Sale या Purchase के Transaction  की शुरुआत हो तो उसमे Automatic New Ref Show होता हैं उसमे कोई सुधार न करे | इस Adjustment के द्वारा Pending Bill का List तैयार होता हैं |

(2) Against Ref :- Pending Bill के सामने Amount सेट करने हेतु Against Refrence का प्रयोग किया जाता हैं | Example के तौर पे Payment या Receipt की Entry…..

(3) Advance :- जब Advance में Payment या Receipt मिलती हे तो उस Transaction में Advance Ref का प्रयोग किया जाता हैं |

(4) On Account :- कोनसे Bill के सामने Amount सेट करनी हे वह Fix न होने पर उस स्थिति में इस Adjustment का प्रयोग किया जाता हैं |

Conclusion :-

मुझे उम्मीद हैं की आपको मेरा यह लेख (Bill wise detail in tally) जरुर पसंद आया होगा | हमारी  हमेशा से ही यही कोसिस रही हे की हम अपने आर्टिकल में वह सारी जानकारी include करू जो  रीडर्स को चाहिए जिससे के उस आर्टिकल के सन्दर्भ में रीडर्स को  किसी दूसरी site या internet में उस आर्टिकल के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही न रहे | इससे रीडर्स के टाइम की बचत होगी और एक ही जगह पे उन्हें सभी इनफार्मेशन भी मिल जाये | यदि आपके मनमे इस आर्टिकल को लेकर कोई भी doubt हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार  होना चाहिए तो आप निचे Comments कर शकते हैं | यदि आपको यह पोस्ट पसंद आया या कुछ सिखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे के facebook,Twitter, Instagram और pinterest पर शेयर जरुर करे |

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