कम्प्यूटर स्टोरेज डिवाइस :-
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इस लेख में हमने computer storage devices के बारेमे बताया हैं | जिसमे प्राइमरी और सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस आते हैं | इस लेख को पढके आप इसके बारेमे जानकारी ले शकते हैं | चलिए अब हम इसके बारेमे विस्तार से जानते हैं |
इन्सान कोई भी जानकारी याद रखता हैं, मस्तिस्क में स्टोर करता हैं और जब उस जानकारी की जरुरत लगती हे तब इन्सान उस स्टोर की गई जानकारी का प्रयोग करता हैं | इसी तरह कम्प्यूटर में भी डाटा या जानकारी को स्टोर किया जाता हैं | इन्सान के मस्तिस्क की तरह ही कम्प्यूटर में जानकारी को संग्रह करने के लिए मेमोरी होती हैं जिसके अंदर (मेमरी में) जानकारी को स्टोर किया जाता हैं |
कम्प्यूटर स्टोरेज डिवाइस क्या हैं ? (what is computer storage devices ?)
कम्प्यूटर मेमोरी को दो भाग में विभाजित की जाती हैं |
(१) प्राइमरी मेमोरी और
(२) सेकेंडरी मेमोरी
अब चलिए इसके बारेमे विस्तार से जानते हैं |
(१) प्राथमिक संग्रह (Primary Storage) :-
प्राथमिक स्टोरेज को मुखय स्टोरेज या मेमोरी कहा जाता हैं | प्राइमरी मेमोरी ऐसे प्रकार की मेमोरी हैं जो CPU के साथ सीधे (डायरेक्ट) संपर्क में होती हैं | इस मेमोरी में जानकारी को स्टोर किया जाता हैं और जरुरत पड़ने पर उस जानकारी को कोई हानी न हो वह भी देखा जाता हैं | हर प्रकार की जानकारी को डाटा या एप्लीकेशन के रूप में सहि तरीके से इस मेमोरी में स्टोर किया जाता हैं |
प्राइमरी स्टोरेज के तीन प्रकार हैं |
(1) RAM (RANDOM ACCESS MEMORY)
(2) ROM (READ ONLY MEMORY)
(3) CACHE
सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस का लिस्ट :-
सेकेंडरी स्टोरेज टेक्नोलॉजी एक प्रकार की संग्रह डिवाइस और संग्रह मिडिया का एक प्रकार हैं जो कम्प्यूटर के साथ सीधे (डायरेक्ट) संपर्क में नहीं होती हैं | निचे दी गयी वस्तुए एक प्रकार की सेकेंडरी स्टोरेज मिडिया डिवाइस हैं |
(1) Hard Disk
(2) कॉम्पैक्ट डिस्क (CD) :-
COMPACT DISK का प्रयोग जानकारी को डिजिटल रूप में (जैसे के ऑडियो,विडियो और टेक्स्ट के रूप में) स्टोर करने के लिए होता हैं | 120 MM (मिली मीटर) आकार की सीडी की जानकारी स्टोर करने की क्षमता 700 MB होती हैं |
(3) DVD
सामान्य तौर पे इन सब डिवाइस का प्रयोग जानकारी को संग्रह (संभाल ने हेतु ) करने के लिए और सिस्टम से BACK UP लेने के लिए होता हैं | जब कम्प्यूटर काम करना बंद कर देता हैं तब सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस का प्रयोग उस कम्प्यूटर से BACK UP स्टोर करने हेतु किया जाता हैं |
HARD DISK और MEGNATIC TAP ये दोनों चुम्बकीय सिद्धांत पर काम करते है जब के CD, DVD और BLUE RAY DISK प्रकाश के सिद्धांत पर काम करते हैं |
मग्नेटिक टेप, फ्लोपी डिस्क और कॉम्पैक्ट डिस्क के बारेमे विस्तार से समजते हैं |
कम्प्युटर के प्रकार के बारेमे जानने की लिए यहाँ क्लिक करे |
(4) मेग्नेटिक टेप :-
इस प्रकार की मैग्नेटिक टेप बहुत ही पतली पोलिथिन की पट्टी से बनी होती हैं, जिस पर IRON OXIDE नामक द्रव्य का कोटिंग किया गया होता हैं | इस टेप की क्षमता (CAPACITY) किलोबाइट से लेकर मेगाबाइट तक होती हैं |
(5) फ्लोपी डिस्क :-
फ्लोपी डिस्क ड्राइव का प्रयोग किसी जानकारी को हमेशा के लिए स्टोर करने के हेतु से प्रयोग होता हैं | फ्लोपी डिस्क आकर में 2.0 इंच, 5.25 इंच और 3.5 इंच साइज़ की होती हैं और इस की जानकारी स्टोर करने की क्षमता 1.44 MB होती हैं |
Conclusion :-
मुझे उम्मीद हैं की आपको मेरा यह लेख ( computer storage device) जरुर पसंद आया होगा | मेरी हमेशा से ही यही कोसिस रही हे की में अपने आर्टिकल में वह सारी जानकारी include करू जो रीडर्स को चाहिए जिससे के उस आर्टिकल के सन्दर्भ में रीडर्स को किसी दूसरी site या internet में उस आर्टिकल के सन्दर्भ में खोजने की जरुरत ही न रहे | इससे रीडर्स के टाइम की बचत होगी और एक ही जगह पे उन्हें सभी इनफार्मेशन भी मिल जाये |यदि आपके मनमे इस आर्टिकल को लेकर कोई भी doubt हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होना चाहिए तो आप निचे Comments कर शकते हैं | यदि आपको यह पोस्ट पसंद आया या कुछ सिखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे के facebook,Twitter, Instagram और pinterest पर शेयर जरुर करे |
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